कुशीनगर: निषाद समाज की बेटियों को भगा ले गए आरोपी, माँ की सदमे से मौत — पीड़ित पिता ने आत्महत्या की चेतावनी दी, एसपी कार्यालय पर निषाद समाज का प्रदर्शन


कुशीनगर: निषाद समाज की बेटियों को भगा ले गए आरोपी, माँ की सदमे से मौत — पीड़ित पिता ने आत्महत्या की चेतावनी दी, एसपी कार्यालय पर निषाद समाज का प्रदर्शन

रिपोर्ट: के. एन. साहनी | कुशीनगर विशेष संवाददाता

कुशीनगर जनपद के सेवरही थाना क्षेत्र अंतर्गत देव नारायण टोला में रहने वाले निषाद समाज के गरीब और पिछड़े वर्ग के रामप्रसाद साहनी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसकी दोनों बेटियाँ बहला-फुसलाकर भगा ली गईं, पत्नी की सदमे से मौत हो गई और अब वह खुद जान देने की चेतावनी दे रहे हैं।

यह मामला सिर्फ एक पारिवारिक त्रासदी नहीं, बल्कि पिछड़े समाज की उपेक्षा और पुलिस की निष्क्रियता का चिंताजनक उदाहरण बन गया है।


पहली घटना: बेटी को भगा ले गया आरोपी, नहीं हुई तत्काल सुनवाई

11 मार्च 2025 को पीड़ित की बड़ी बेटी लाली कुमारी को गांव के युवक रामदयाल पुत्र प्रभु भगा ले गया। पीड़ित ने थाना सेवरही में शिकायत दी, लेकिन निषाद समाज से होने और आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया गया।

पुलिस की ढिलाई ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया।


माँ की मौत: न्याय न मिलने के तनाव में टूटी प्रभावती देवी

बेटी के गुम हो जाने और न्याय की उम्मीद टूटने से प्रभावती देवी (लड़की की माँ) 4 जून 2025 को हार्ट अटैक से चल बसीं
यह मौत सिर्फ एक महिला की नहीं, बल्कि प्रशासनिक संवेदनहीनता की वजह से हुई बलिदान थी।


दूसरी त्रासदी: दाह संस्कार के दिन दूसरी बेटी भी भगा ले गए आरोपी

जिस दिन प्रभावती देवी का अंतिम संस्कार हो रहा था, उसी दिन आरोपी रामदयाल और उसका भाई रामबाबू बड़ी बेटी लाली को दोबारा और साथ ही छोटी बेटी शिला को भी भगा ले गए। परिवार अभी एक बेटी के सदमे से उबरा भी नहीं था, कि यह दोहरी चोट पड़ गई।


पीड़ित पिता का बयान: “अब कुछ नहीं बचा, आत्महत्या कर लूंगा”

रामप्रसाद साहनी, जो निषाद समाज से हैं, फूट-फूटकर बोले:

“अब मेरे पास कुछ नहीं बचा। अगर मेरी बेटियों को वापस नहीं लाया गया और आरोपियों पर पॉक्सो व दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल नहीं भेजा गया, तो मैं भी आत्महत्या कर लूंगा।”

“मेरी मौत के जिम्मेदार सेवरही थाने के इंस्पेक्टर और क्षेत्रीय दरोगा आकाश सिंह होंगे।”


निषाद समाज का समर्थन: दो दर्जन ग्रामीण पहुंचे एसपी कार्यालय

इस दिल दहला देने वाली घटना के विरोध में दो दर्जन से अधिक महिला-पुरुष, जो अधिकांशतः निषाद समाज से थे, कुशीनगर एसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसपी श्री संतोष कुमार मिश्रा से मिलकर:

  • आरोपियों की गिरफ्तारी,
  • बेटियों की सुरक्षित बरामदगी,
  • और सेवरही पुलिस पर कार्रवाई की माँग की।

एसपी ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना सेवरही को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि निषाद समाज के इस गरीब परिवार को न्याय दिलाया जाएगा


समाज की अनसुनी पीड़ा: कब जागेगा सिस्टम?

यह मामला साफ तौर पर दर्शाता है कि पिछड़े वर्गों के साथ न्याय में भेदभाव अब भी मौजूद है।
अगर पीड़ित परिवार प्रभावशाली होता, तो क्या पुलिस यूँ चुप रहती?


🟡 निषाद समाज की यह पीड़ा अब पूरे जिले की चेतना की परीक्षा बन चुकी है। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह निष्पक्ष और तेज कार्रवाई करे।


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