डॉक्टर एन. बी. राय (फिज़िशियन) सेवा, समर्पण और सरलता के प्रतीक

डॉक्टर एन. बी. राय (फिज़िशियन) सेवा, समर्पण और सरलता के प्रतीक

रिपोर्ट : के. एन. साहनी, सच्ची रिपोर्ट न्यूज, कुशीनगर।

जनपद कुशीनगर के जनपद मुख्यालय रवीन्द्रनगर के समीप ग्राम भीसवा निवासी डॉक्टर एन. बी. राय का जीवन समाजसेवा, चिकित्सा और मानवीय संवेदना का अद्भुत संगम है।
सरकारी थाना रवीन्द्रनगर क्षेत्र से जुड़े इस परिवार ने चिकित्सा सेवा को जनहित का माध्यम बनाया है।

शिक्षा और प्रारंभिक जीवन

डॉ. एन. बी. राय की प्रारंभिक शिक्षा उदित नारायण इंटरमीडिएट कॉलेज, पडरौना से वर्ष 1978 में हुई।
इसके बाद उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में कदम रखा और 1979 से 1994 तक दरभंगा यूनिवर्सिटी, बिहार से बी.ए.एम.एस. (Bachelor of Ayurvedic Medicine & Surgery) की पढ़ाई पूरी की।

उनका यह सफर संघर्षपूर्ण होने के साथ-साथ प्रेरणादायी भी रहा। सीमित संसाधनों में उन्होंने निरंतर मेहनत और लगन से अपनी पढ़ाई पूरी की।

सेवा और साधना का संगम

शिक्षा पूरी करने के बाद डॉक्टर राय ने महर्षि महेश योगी संस्थान, दिल्ली एवं ऋषिकेश में दो वर्षों तक वैद-विशारद (Ayurvedic Physician) के रूप में कार्य किया।
इस दौरान उन्होंने न केवल चिकित्सा सेवा दी, बल्कि टी.एम. भावा पीठ ध्यान केंद्र में रहकर ध्यान योग और आयुर्वेद के समन्वय पर भी कार्य किया।
उनका मानना है कि –

> “शरीर की चिकित्सा के साथ मन की शांति भी उतनी ही आवश्यक है।”

डॉक्टर एन बी राय की पारिवारिक जीवन

डॉ. एन. बी. राय का विवाह वर्ष 1985 में हुआ।
उनके एक पुत्र निहाल रंजन राय हैं, जो वर्तमान में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय, कुशीनगर में कार्यरत हैं।
इसके अतिरिक्त उनकी दो पुत्रियाँ हैं, जो शिक्षित और संस्कारी जीवन जी रही हैं।

🏥 निजी क्लिनिक और जनसेवा

वर्तमान में डॉक्टर राय पडरौना शहर में अपना निजी क्लिनिक संचालित करते हैं।
उनका क्लिनिक केवल इलाज का केंद्र नहीं, बल्कि जनसेवा का स्थान बन चुका है।
गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए वे अक्सर निःशुल्क परामर्श और दवा उपलब्ध कराते हैं।
उनकी सरलता और सेवा भावना ने उन्हें इलाके में “जनता के डॉक्टर” के रूप में प्रसिद्ध बना दिया है।

जानिए इनका जीवन दर्शन

डॉ. एन. बी. राय का कहना है —

> “लगन और मेहनत करने वाला व्यक्ति हमेशा सफल होता है। सफलता किसी किस्मत का खेल नहीं, बल्कि निरंतर प्रयास का परिणाम है।”

डॉ.एन. बी. राय का जीवन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है
जहाँ मेहनत, नैतिकता और सेवा का संगम दिखता है।
उन्होंने आयुर्वेद को केवल पेशा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का माध्यम बनाया है।

सच्ची रिपोर्ट न्यूज उन्हें समाजसेवा और चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए नमन करती है।
– रिपोर्ट : के. एन. साहनी, कुशीनगर।

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