कसया क्षेत्र में फर्जी डॉक्टर का धंधा, बिना लाइसेंस और डिग्री के कर रहा इलाज

कुशीनगर। ज़िले में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही का नज़ारा कसया क्षेत्र के रामनगर चमन चौराहे पर साफ दिखाई दे रहा है। यहां खुलेआम एक व्यक्ति बिना किसी मेडिकल डिग्री और बिना ड्रग लाइसेंस लिए स्टेथोस्कोप और बीपी मशीन लगाकर रोगियों का इलाज कर रहा है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि यह सबकुछ स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है।
दस वर्षों से चल रहा फर्जी इलाज का खेल
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई नया मामला नहीं है। पिछले 10 वर्षों से अहिरौली बाजार थाना कसया क्षेत्र में बिना वैध डिग्री वाले कई लोग बेखौफ मरीजों का इलाज कर रहे हैं। गरीब और अनजान मरीज इलाज के लिए इन्हीं के पास पहुंच जाते हैं। लेकिन जब मरीज की हालत बिगड़ती है तो ये फर्जी डॉक्टर उन्हें इधर-उधर रेफर कर टालमटोल करते हैं, जिसके कारण कई बार हालात बेहद गंभीर हो जाते हैं और मरीज की जान तक चली जाती है।
नियमों के विरुद्ध, जानलेवा खतरा
चिकित्सा नियमों के अनुसार बिना रजिस्टर्ड चिकित्सक और बिना पंजीकृत दवा विक्रेता के इलाज करना गैरकानूनी और दंडनीय अपराध है। इन फर्जी चिकित्सकों के गलत इलाज से न केवल मरीज की बीमारी की हालत बिगड़ती है बल्कि समय रहते उचित इलाज न मिलने से परिणाम घातक हो सकता है।
जिम्मेदार विभागों की चुप्पी
ग्रामीणों का आरोप है कि सीएमओ कार्यालय, ड्रग इंस्पेक्टर और स्थानीय पुलिस प्रशासन को इन अवैध गतिविधियों की पूरी जानकारी है, फिर भी अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। विभागीय अधिकारियों की चुप्पी से फर्जी डॉक्टरों के हौसले और बुलंद हैं।
ग्रामीणों की मांग – तुरंत छापेमारी हो
ग्रामीणों ने सीएमओ कुशीनगर, ड्रग इंस्पेक्टर और थाना कसया पुलिस से मांग की है कि तुरंत छापेमारी कर इन फर्जी डॉक्टरों पर कार्यवाही की जाए, ताकि गरीब और अनजान मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ रोका जा सके।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सूचना मिलने के बाद टीम गठित कर जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट – के एन साहनी