कुशीनगर। जिले के हाटा तहसील क्षेत्र के सकरौली गांव निवासी कृष्णा निषाद पुत्र श्री रामबेलास निषाद ने अपनी अद्भुत जिज्ञासा और लगन से सबको चौंका दिया है। गांव में उपलब्ध सीमित साधनों के बावजूद वह हेलीकॉप्टर, जेसीबी और हाइड्रा जैसी मशीनों के मॉडल तैयार कर लेते हैं। यह सब उन्होंने बिना किसी तकनीकी शिक्षा के सिर्फ अपने हुनर और मेहनत के दम पर किया है।
कृष्णा निषाद एस पी मेमोरीयल पब्लिक स्कूल सकरौली हाटा जनपद कुशीनगर मे हाई स्कूल का छात्र है स्कूल मे हुए कला प्रतियोगिता मे हाइड्रा मशीन बनाकर पेश किया।
✈️ बचपन से ही मशीनों में रुचि
कृष्णा बचपन से ही मशीनों को खोलकर समझने और फिर से जोड़ने में रुचि रखते थे। धीरे-धीरे उन्होंने कबाड़ और पुराने पुर्जों से प्रयोग शुरू किए। हाल ही में उन्होंने एक छोटा हेलीकॉप्टर का मॉडल तैयार किया, जिसमें पंखे की मदद से ब्लेड घुमाने की व्यवस्था की गई थी। इसी तरह उन्होंने जेसीबी और हाइड्रा मशीन का छोटा वर्किंग मॉडल बनाकर गांववालों को दिखाया।
👨👩👦 परिवार का सहयोग
कृष्णा के पिता रामबेलास निषाद अपने बेटे की लगन देखकर गर्व महसूस करते हैं। वे कहते हैं – “बेटे की जिज्ञासा और मेहनत देखकर लगता है कि वह जरूर बड़ी मंजिल हासिल करेगा। मैं उसे हर संभव सहयोग दूंगा। पढ़ाई ही असली रास्ता है।”
🌟 कृष्णा का सपना
कृष्णा खुद कहते हैं – “मेरा सपना है कि मैं पायलट बनूं और इंजीनियर की तरह नए-नए आविष्कार करूं। अगर मेरे मामा पत्रकार हो सकते हैं, तो मैं इंजीनियर क्यों नहीं बन सकता।”
🏡 गांव के लिए प्रेरणा

हाटा का कृष्णा निषाद – हुनरमंद हाथों से गढ़ रहे भविष्य, बना रहे हेलीकॉप्टर, जेसीबी और हाइड्रा

कृष्णा के आविष्कारों की चर्चा गांव-गांव तक फैल रही है। बच्चे उन्हें देखकर प्रेरित होते हैं और कहते हैं कि अगर साधारण गांव से एक लड़का इतना कर सकता है, तो वे भी मेहनत से अपने सपने पूरे कर सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कृष्णा भविष्य में न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे।
✍️ यह खबर न सिर्फ कृष्णा की प्रतिभा को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि ग्रामीण इलाकों में संसाधनों की कमी के बावजूद बच्चे अपनी मेहनत और जुनून से बड़े सपने पूरे कर सकते हैं।