लाला गुरवलिया में 10 वर्षों से अवैध क्लिनिक संचालित, स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी पर सवाल

कुशीनगर। जिले के लाला गुरवलिया गांव में पिछले 10 वर्षों से जयदीप नामक व्यक्ति बिना किसी वैध डिग्री और लाइसेंस के अवैध क्लिनिक चला रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां इलाज के नाम पर मरीजों से मनमाने ढंग से पैसे वसूले जाते हैं, जबकि मरीजों को किसी भी तरह की विशेषज्ञ सुविधा उपलब्ध नहीं है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि जयदीप मरीजों को बोतल चढ़ाता है और दवाइयाँ लिखता है, जबकि उसके पास किसी प्रकार की मान्यता प्राप्त चिकित्सकीय योग्यता नहीं है। जयदीप स्वयं कहता है कि “मेरी पत्नी के नाम से सर्टिफिकेट है, वह बंगाल में रहती है, उसकी जगह मैं बैठता हूं।” यह बयान खुद उसकी फर्जीवाड़े की पुष्टि करता है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह क्लिनिक पूरी तरह फर्जी और गैरकानूनी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी और मिलीभगत के कारण यह वर्षों से बेखौफ संचालित हो रहा है।
जनता का आरोप है कि जब तक डीएम और सीएमओ आदेशित नहीं करेंगे और टीम गठित नहीं होगी, तब तक कुशीनगर जिले के कोने–कोने में इस तरह के फर्जी डॉक्टर मच्छरों की तरह फैलकर भोली-भाली जनता को शिकार बनाते रहेंगे, खासकर गरीब मजदूर वर्ग को।
ग्रामीणों ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से इस अवैध क्लिनिक को बंद कराया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों व फर्जी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई की जाए।
