
रिपोर्ट: के.एन. सहानी | गोरखपुर | 16 जुलाई 2025
गोरखपुर विश्वविद्यालय में नियुक्ति में कथित अन्याय के विरोध में अनशन करने जा रहे पूर्वांचल गांधी डॉ. संपूर्णानंद मल्ल को शाहपुर पुलिस ने विश्वविद्यालय गेट तक नहीं पहुँचने दिया।
डॉ. मल्ल विश्वविद्यालय गेट पर अनशन शुरू करने की योजना के तहत मंगलवार दोपहर निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गेट से पहले ही रोक लिया, जिसके बाद उन्होंने अपने शांतिवन स्थित आवास पर ही अनशन शुरू कर दिया।
🛑 पुलिस की रोक और वजह
सूत्रों के अनुसार, विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पुलिस को सूचित किया गया था। इसके बाद शाहपुर थाना पुलिस ने डॉ. मल्ल को रास्ते में ही रोककर विश्वविद्यालय गेट पर जाने की अनुमति नहीं दी।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा:
“किसी भी सार्वजनिक स्थान पर प्रदर्शन अथवा अनशन के लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य है। यह कार्रवाई केवल सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से की गई।”
🗣️ डॉ. मल्ल की प्रतिक्रिया
“मैं शांतिपूर्ण ढंग से विश्वविद्यालय गेट पर बैठकर अनशन करना चाहता था, लेकिन मुझे रोका गया। अब मैंने अपने आवास पर ही अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। यह मेरी योग्यता और सम्मान की लड़ाई है।”
📌 डॉ. मल्ल की प्रमुख मांगें:
- UGC पत्र 28.08.2008 को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
- प्रथम श्रेणी PG एवं UGC-NET की वैधता को नकारने वाली कुलपति को पद से हटाया जाए।
- 2003 से लंबित नियुक्ति को वरिष्ठता के अनुसार प्रभावी माना जाए।
📩 ज्ञापन भेजे गए:
- महामहिम राज्यपाल (कुलाधिपति)
- महामहिम राष्ट्रपति
- HRD मंत्रालय
- UGC अध्यक्ष
- जिलाधिकारी, मंडलायुक्त, SSP
डॉ. संपूर्णानंद मल्ल
पूर्वांचल गांधी
PG प्रथम श्रेणी | UGC-NET | JRF (ASI) | PhD – DU
मो.: 9415418263