युवा पुजारी भास्कर की रहस्यमयी मौत पर सवालों का अंबार, दो सप्ताह बाद भी नहीं खुला राज
परिवार की न्याय की गुहार, ‘बागी’ अंशुमान ने दी सत्याग्रह की चेतावनी

कसया, कुशीनगर।
कसया थाना क्षेत्र के भरौली स्थित श्मशान घाट पर 11 जून 2025 को संदिग्ध हालात में मिले युवा पुजारी भास्कर उर्फ पंकज की मौत का रहस्य अब तक अंधेरे में है। लगभग एक महीने बीतने के बाद भी न तो पुलिस कोई ठोस सुराग लगा सकी है, और न ही परिवार को न्याय की उम्मीद की कोई किरण दिखाई दे रही है। अब इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता अंशुमान पाण्डेय ‘बागी’ ने प्रशासन को चेताते हुए कहा है कि यदि सप्ताहभर में निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वे सत्याग्रह पर बैठने को विवश होंगे।

परिजनों के अनुसार भास्कर 10 जून को दोपहर में अपने नगर स्थित मकान से “कुछ सामान लेने” की बात कहकर निकला था। प्रत्यक्षदर्शियों ने उसे आखिरी बार मथौली चौराहे पर दो युवकों के साथ गुटखा खाते देखा था, जो बाद में गोपालगढ़ की ओर जाते हुए दिखे। उसी रात भास्कर की लाश श्मशान घाट पर मिली।

मौत की सूचना पर मौके पर पहुंची कसया पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले में SHO कसया ने पहले बयान में कहा कि “प्रथम दृष्टया यह मामला नशे से मौत का प्रतीत होता है।” लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में न तो नशे का कोई प्रमाण मिला, न ही गंभीर चोट या आंतरिक घाव का जिक्र हुआ। रिपोर्ट से उलट SHO का यह बयान सवालों के घेरे में है।

CCTV फुटेज से खुल सकता है रहस्य

परिजनों ने 26 जून को जिलाधिकारी कुशीनगर को ज्ञापन देकर सभी संबंधित स्थानों के CCTV कैमरों की जांच की मांग की। उन्होंने यह भी बताया कि 10 जून की रिकॉर्डिंग संबंधित कैमरों की हार्ड डिस्क से डिलीट पाई गई, जिसे केवल साइबर एक्सपर्ट टीम ही रिकवर कर सकती है।

जिलाधिकारी द्वारा इस मामले की जांच का आदेश पुलिस अधीक्षक को दिया गया और प्रकरण CO कसया को सौंपा गया। लेकिन दो सप्ताह बीतने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

परिवार बेसहारा, सवाल अनुत्तरित

मृतक के घर में अब एक बूढ़ी मां, पत्नी, विकलांग बेटा और मासूम बच्ची बची हैं, जो भास्कर की मौत का रहस्य सुलझने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता अंशुमान पाण्डेय ‘बागी’ ने कहा –
“जब मृतक को रात में अकेले निकलने में डर लगता था, तो वह इतनी रात को अकेले श्मशान घाट क्यों जाएगा? यह मृत्यु नहीं, हत्या प्रतीत होती है। उसकी नाक से खून बहा था और सीने पर खरोंच के निशान थे, जो संदेह को और गहरा करते हैं।”

सत्याग्रह की चेतावनी

श्री पाण्डेय ने कहा कि यदि इस मामले की CCTV फुटेज की साइबर जांच कराकर सच्चाई उजागर नहीं की गई और मृतक की अंतिम फुटेज परिवार को उपलब्ध नहीं कराई गई, तो वे सत्याग्रह (अनशन) पर बैठेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इसकी पूर्ण जिम्मेदारी जिला व पुलिस प्रशासन की होगी।

अब देखना यह है कि क्या कुशीनगर प्रशासन इस रहस्यमयी मौत की परतें उधेड़ पाएगा या फिर यह मामला भी अन्य संदिग्ध मौतों की तरह फाइलों में दब जाएगा?

– रिपोर्ट: विशेष संवाददाता, कसया


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