मुझे न्याय चाहिए, जो सत्य से अभिन्न है”: डॉ. संपूर्णानंद मल्ल ने महामहिम राज्यपाल को लिखा दोबारा पत्र


📍 ब्यूरो रिपोर्ट | सच्ची रिपोर्ट, कुशीनगर | लखनऊ से

“मुझे न्याय चाहिए, जो सत्य से अभिन्न है”: डॉ. संपूर्णानंद मल्ल ने महामहिम राज्यपाल को लिखा दोबारा पत्र

लखनऊ, 4 जून 2025प्रख्यात आरटीआई कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता डॉ. संपूर्णानंद मल्ल ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम श्रीमती आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम को पद से हटाने और उनके विरुद्ध अपराध का अभियोग पंजीकृत किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वे उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग कार्यालय, गोमती नगर में सत्याग्रह पर बैठने के लिए विवश होंगे।

⚖️ डॉ. मल्ल का आरोप:

डॉ. मल्ल ने पत्र में कहा है कि —

“क्या सूचना आयुक्त का पद एवं कक्ष गाली-गलौज और मारपीट के लिए बना है?”

उन्होंने आरोप लगाया है कि सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम के कक्ष में अधिवक्ता डॉ. दीपक शुक्ला के साथ हुई मारपीट और अभद्र व्यवहार की न्यायिक जांच अब तक नहीं हुई है। मल्ल के अनुसार, अधिवक्ता को जेल भेज दिया गया, लेकिन समान परिस्थितियों में कथित रूप से संलिप्त सूचना आयुक्त को बचाया जा रहा है।

📝 मल्ल की मांगें:

  1. सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम को पद से तत्काल हटाया जाए।
  2. उनके विरुद्ध अपराध पंजीकृत कर मुकदमा चलाया जाए।
  3. कक्ष में हुई घटना की न्यायिक जांच कराई जाए।
  4. शासन द्वारा अब तक क्या निर्णय लिया गया है, यह स्पष्ट किया जाए।

📢 सत्याग्रह की चेतावनी:

डॉ. मल्ल ने पत्र में लिखा:

“यदि नियमानुसार कार्यवाही नहीं हुई, तो मुझे गोमती नगर स्थित सूचना आयोग कार्यालय पर सत्याग्रह के लिए विवश होना पड़ेगा।

👥 प्रति प्रेषित:

पत्र की प्रतिलिपि निम्न अधिकारियों को भी भेजी गई है:

  • मा. मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
  • मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश
  • प्रमुख सचिव गृह
  • डीजीपी, उत्तर प्रदेश
  • जिलाधिकारी, लखनऊ
  • पुलिस आयुक्त, लखनऊ

📌 सच्ची रिपोर्ट ब्यूरो | लखनऊ / कुशीनगर

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