पडरौना तहसील में जनसुनवाई: एसडीएम व्यास नारायण उमराव और तहसीलदार पूर्णिमा सिंह की सक्रिय भूमिका

पडरौना तहसील में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में एसडीएम व्यास नारायण उमराव और तहसीलदार पूर्णिमा सिंह की कार्यशैली चर्चा का विषय बनी रही। दोनों अधिकारियों ने पीड़ित किसानों और आम नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और त्वरित समाधान के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया।

एसडीएम व्यास नारायण उमराव: कुशल प्रशासनिक अधिकारी

एसडीएम व्यास नारायण उमराव अपने निष्पक्ष निर्णय और त्वरित कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। वे प्रशासनिक मामलों में अनुशासन और पारदर्शिता बनाए रखने पर विशेष ध्यान देते हैं। उनकी कार्यशैली में स्पष्टता और समस्या समाधान की दक्षता झलकती है। तहसील स्तर पर उनकी उपस्थिति से प्रशासनिक कार्यों में तेजी आई है, जिससे आम जनता को राहत मिल रही है।

तहसीलदार पूर्णिमा सिंह: संवेदनशील और दृढ़ निश्चयी अधिकारी

पूर्णिमा सिंह, पडरौना तहसील की महिला तहसीलदार के रूप में अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए पहचानी जाती हैं। वे विशेष रूप से भूमि विवादों और महिला सशक्तिकरण से जुड़े मामलों में गंभीरता दिखाती हैं। उनकी कार्यशैली में संवेदनशीलता और दृढ़ संकल्प का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। किसानों की समस्याओं को न केवल सुनना, बल्कि उनका त्वरित समाधान कराना उनकी प्राथमिकता रहती है।

प्रभावी जनसुनवाई और त्वरित कार्रवाई

इस जनसुनवाई में आए मामलों में से कई भूमि विवाद, राजस्व संबंधी समस्याएं और नागरिक प्रशासन से जुड़े मुद्दे थे। दोनों अधिकारियों ने प्रत्येक मामले को गंभीरता से लिया और मौके पर ही आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उनके त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और जनहित में संवेदनशील रवैये से लोगों को बड़ी राहत मिली।

जनता ने की सराहना

पडरौना तहसील में हो रहे इस प्रभावी प्रशासनिक कार्यों की आम जनता और किसान संगठनों ने सराहना की है। लोगों का मानना है कि एसडीएम व्यास नारायण उमराव और तहसीलदार पूर्णिमा सिंह के नेतृत्व में तहसील प्रशासन अधिक सक्रिय और प्रभावी हो गया है।

पडरौना तहसील में प्रशासनिक सुधार और सुशासन के इस सकारात्मक बदलाव से आम जनता को काफी राहत मिल रही है, जिससे प्रशासन और नागरिकों के बीच विश्वास भी मजबूत हो रहा है।

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