लोकनायक जयप्रकाश नारायण की मनाई गई जयंती ” पड़रौना, कुशीनगर: लोकतंत्र सेनानी सेवा संगठन, जनपद कुशीनगर द्वारा शनिवार को साकेत बिहारी मंदिर, सुभाष चौक, पडरौना में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में उनके द्वारा किए गए समाज हित के कार्यों और आपातकाल में कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए अत्याचार पर चर्चा की गई। मुख्य अतिथि, पूर्व विधायक मदन गोविंद राव, ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने भारतीय राजनीति में जो संघर्ष और योगदान किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। जे.पी. सत्ता परिवर्तन के बजाय व्यवस्था परिवर्तन के पक्षधर थे। उनका नेतृत्व न होता तो गैर-कांग्रेसी सरकार की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। उनके संपूर्ण क्रांति आंदोलन को देश में क्रांति का प्रतीक माना जाता है। विशिष्ट अतिथि, लोकदल के रामभवन राव, ने कहा कि आपातकाल में कुशीनगर में जे.पी. की सभाओं ने विद्यार्थियों, नौजवानों, किसानों और मजदूरों में क्रांति की लहर दौड़ा दी। जे.पी. सिर्फ राजनेता नहीं बल्कि सच्चे राष्ट्रनेता थे, जिन्होंने कभी अपने बारे में नहीं सोचा। कार्यक्रम को विजय प्रकाश पांडेय, राजेश सैनी, जनार्दन सिंह भटवालिया, वी. के. मिश्रा, सेनानी राधा कृष्ण, कृष्ण कुमार तिवारी ने भी संबोधित किया। संचालन सेनानी बंका सिंह ने किया और उन्होंने बताया कि जयप्रकाश जी हमेशा देश के गरीबों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते थे। इसी क्रम में संपूर्ण क्रांति आंदोलन के कर्णधार, संघ के वरिष्ठ प्रचारक नाना जी देशमुख की जयंती भी मनाई गई। कहा गया कि आंदोलन के दौरान पुलिस की लाठियों से बचकर जयप्रकाश जी की जान भी सुरक्षित रही। संगठन के अध्यक्ष दीनानाथ यादव ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया। इस अवसर पर सीता राम त्रिपाठी, सुरेश चौरसिया, रवि सिंह, सचिन दीक्षित, राजेंद्र अग्रवाल, राजेश्वर सिंह, राजेंद्र कुशवाहा समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। आशीर्वाद पूज्य महंथ दिनेश दास जी ने प्रदान किया।

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