बूढ़े, बच्चे और नशे मे लिप्त ब्यक्ति नहीं होंगे मूर्ति बिसर्जन मे शामिल

कुशीनगर।
शारदीय नवरात्रि और विजयादशमी पर्व के समापन अवसर पर आज जिले भर में माँ दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। परंपरा के अनुसार जानकीनगर, बांडी पुल, हेतिमपुर, रगरगंज, सोहसा और पिपराघाट समेत विभिन्न स्थानों पर भव्य मेलों का आयोजन होगा। हजारों श्रद्धालु अपने परिवारों के साथ इस धार्मिक अनुष्ठान के साक्षी बनेंगे।


धार्मिक मान्यता के अनुसार माँ दुर्गा की प्रतिमाओं को पूरे सम्मान और विधि-विधान के साथ गंडक व सरयू नदी के घाटों पर विसर्जित किया जाता है।
प्रशासन ने बनाई विशेष योजना
जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर और पुलिस कप्तान केशव कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से जानकारी दी कि—
- सभी प्रमुख विसर्जन स्थलों पर पुलिस, पीएसी और गोताखोरों की टीमें तैनात रहेंगी।
- ट्रैफिक पुलिस द्वारा विसर्जन यात्रा के लिए विशेष रूट निर्धारित किए गए हैं, ताकि जाम की स्थिति न बने।
- अग्निशमन विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमें आपात स्थिति से निपटने को तैयार रहेंगी।
- घाटों पर प्रकाश की व्यवस्था, अस्थायी बैरिकेडिंग और राहत केंद्र बनाए गए हैं।
अपील जनता से
प्रशासन ने सभी समितियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि—
- विसर्जन के दौरान बच्चों और बुजुर्गों को नदी में प्रवेश न करने दें।
- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में धैर्य और अनुशासन बनाए रखें।
- नशे की हालत में कोई भी व्यक्ति जुलूस या विसर्जन में शामिल न हो।
- किसी भी तरह की अफवाह फैलाने से बचें और तुरंत पुलिस को सूचना दें।
जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का संदेश
डीएम और एसपी ने जिलेवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि—
“यह पर्व खुशियों, सद्भाव और एकता का प्रतीक है। सभी लोग सुरक्षित तरीके से माँ दुर्गा की विदाई करें और उत्सव का आनंद लें।”