आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए बड़ा तोहफ़ा

सफाई कर्मचारी आयोग उपाध्यक्ष लालमणि उर्फ लाल बाबू की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ।
राज्य सफाई कर्मचारी आयोग उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष लालमणि कुमार उर्फ लाल बाबू ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश के सफाईकर्मियों के जीवन स्तर सुधारने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया है।
होटल स्काईलार में आयोजित प्रेस वार्ता में लाल बाबू ने बताया कि आयोग ने बार-बार मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन दिया और स्वयं दो-दो बार लखनऊ आवास व गोरखनाथ मंदिर जाकर उनसे मुलाकात की। आयोग ने यह मुद्दा रखा कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का जमीनी स्तर पर शोषण हो रहा है और उनका जीवन असुरक्षित है।
👉 मुख्यमंत्री का बड़ा निर्णय
- आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए अलग से बोर्ड का गठन।
- कर्मचारियों को न्यूनतम 20,000 से 40,000 रुपये मानदेय सुनिश्चित।
- शासनादेश प्रमुख सचिव व विशेष सचिव द्वारा जारी।
लाल बाबू ने कहा कि इससे प्रदेश के 17 नगर निगम और 745 निकायों के सफाईकर्मियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। यह पहली बार है जब किसी सरकार ने सफाईकर्मियों के लिए इतनी संवेदनशीलता दिखाई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सदैव दलितों, महादलितों और गरीब वर्ग के बीच रहे हैं, उनके साथ भोजन किया है और बिना किसी भेदभाव के सबको साथ लेकर चलते रहे हैं। यह निर्णय उसी सोच और संवेदनशीलता का परिणाम है।
👉 लाल बाबू का संदेश
“आज तक किसी सरकार ने सफाई कर्मियों को इतनी गंभीरता से नहीं सोचा। मुख्यमंत्री जी ने हम सबको सम्मान दिया है। यह फैसला प्रदेश की दलित, महादलित और पिछड़े समाज की युवापीढ़ी के लिए प्रेरणा है।”
आयोग की ओर से मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और नगर विकास मंत्री के प्रति आभार जताते हुए लाल बाबू ने कहा कि यह निर्णय हमेशा याद रखा जाएगा।
“प्रेस वार्ता में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाने पर मुख्यमंत्री योगी का आभार जताते उपाध्यक्ष लालमणि उर्फ लाल बाबू।”
✍️ रिपोर्ट – के. एन. साहनी