








केमिकल से पके आम से उल्टी-दस्त का ख़तरा, बाजार में फैला डर
रिपोर्ट: के. एन. साहनी
कुशीनगर।
जैसे ही गर्मी अपने चरम पर पहुँचती है, फलों का राजा आम बाजार में दस्तक देता है। लोग बड़े चाव से आम, जामुन, पपीता, अमरूद, तरबूज और सेव खीरा खरीदने बाजार जा रहे हैं। लेकिन इस बार आम का स्वाद कई लोगों को भारी पड़ता दिख रहा है।
हाल ही में शहर के कई हिस्सों से उलटी-दस्त के मामले सामने आ रहे हैं। शुरुआत में लोग इसे गर्मी और लू का असर मान रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे संदेह इस बात पर गहराने लगा कि क्या बाजार में बिक रहे आम इसके लिए जिम्मेदार हैं?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो आम को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक केमिकल का उपयोग किया जाता है, जो सीधे पेट और आंतों को प्रभावित करता है। कार्बाइड से पके फल जहरीले होते हैं और इनके सेवन से उलटी, दस्त, पेट दर्द, सिरदर्द और यहां तक कि फूड पॉइजनिंग की शिकायतें बढ़ जाती हैं।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
बाजार में फलों की गुणवत्ता की निगरानी की जिम्मेदारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी और मार्केट इंस्पेक्टरों की होती है, लेकिन उनकी निष्क्रियता से आम जनता परेशान है। न कोई नियमित जांच, न ही कोई अभियान — परिणामस्वरूप खुलेआम केमिकल युक्त फल बेचे जा रहे हैं।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि वह तत्काल जांच अभियान चलाए और जांच किट से फलों की गुणवत्ता की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्यवाही करे।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को सलाह दी है कि
बाजार से फल खरीदकर अच्छी तरह धोकर ही सेवन करें।
यदि कोई फल जल्दी पका हुआ और ज्यादा चमकदार दिखे, तो सतर्क रहें।
बच्चों और बुजुर्गों को संदिग्ध फलों से दूर रखें।